लोकसभा चुनावों के परिणाम और बीजेपी के चुनौतियों कुछ इस तरह से बढ़ाया अब उसकी साइड इफेक्ट्स भी सामने आ रहे हैं उत्तर प्रदेश हो या बंगाल बिहार हो या महाराष्ट्र राज्य दर राज्य बीजेपी की टेंशन बढ़ती जा रही है
बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए लोकसभा चुनाव में नए एतिहासिक जीत दर्ज
इस बार सहयोगियों की साथ केंद्र सरकार में मजबूती से भरा हुआ है लेकिन अलग अलग राज्यों के मुद्दों के आधार पर धीरे धीरे सुर बदल रहे हैं इसी साल यूपी के 10 सीटों पर उपचुनाव के साथ हरियाणा महाराष्ट्र झारखंड के विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं
बीजेपी ने राज्य दर राज्य खामियों को दूर करने की कोशिश तेज कर दी जिनके चलते लोकसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत से दूर रहेंगे
यूपी में फिर से अच्छे दिन लौट आने की वादें
झारखंड में बीजेपी लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नजर आने वाली मुश्किलों से आगे निकलने की कोशिश कर रहे हैं
उत्तर प्रदेश यानी की वो राज्य वो प्रदेश जो बीजेपी के लिए सबसे बड़ी जीत का जरिया बनता था
आपसी खींचतान कलह क्लेश के लंबे दौर के बाद अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फुल एक्शन उपचुनाव की अपनी परीक्षा में पार्टी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी लेकर आगे बढ़ रहे
10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं इनमें कन्नौज से सांसद निर्वाचित होने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफा से रिक्त हुई
10 सीटों पर बीजेपी और खासतौर पर योगी आदित्यनाथ की कड़ी परीक्षा होगी
यूपी में हार की समीक्षा रिपोर्ट में ये माना गया कि विपक्ष के संविधान बदल दें और आरक्षण खत्म करने के आरोपों पर बीजेपी जनता को समझा पाने में असमर्थ है जिससे दलित पिछड़े वर्ग हुआ जिसके कारण बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा